ओशो चिन्तन / ओशो
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ओशो चिन्तन | |
संकलनकर्ता: | अशोक |
प्रकाशक: | ओशो, आलाप |
वर्ष: | 2012 |
भाषा: | हिन्दी |
विषय: | आध्यात्मिक |
शैली: | संस्मरण, निबंध, लेख |
पृष्ठ संख्या: | |
विविध: | राजेंद्र त्यागी के ब्लाग से साभार |
इस पन्ने पर दी गयी रचनाओं को उपरोक्त संकलनकर्ता ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर गद्य कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गयी जानकारी संकलित सामग्री को प्रिंटेड पुस्तक प्रारूप में प्रकाशन के लिये प्रायोजक खोजने के उद्देश्य से दी गयी है |
अनुक्रम
- नश्वर का त्याग शाश्वत की प्राप्ति! / ओशो
- सम्यक-जागरण ही जीवन विजय / ओशो
- अभय-चेतना ही ईश्वरानुभूति / ओशो
- सत्य को शब्द देना संभव नहीं / ओशो
- मृत्यु है ही नहीं / ओशो
- आत्मज्ञान ही मोक्ष है / ओशो
- 'मैं' अपरिवर्तनीय है! / ओशो
- साधना का साध्य / ओशो
- शून्यता में ही सागर उतर कर पूर्ण करता है! / ओशो
- द्वंद्व में नहीं, द्वंद्व को देखने वाले 'ज्ञान' में स्थिर हों! / ओशो
- जीवन की मृत्यु नहीं और मृत का जीवन नहीं / ओशो
- प्रेम-मृत्यु ही जीवन है! / ओशो
- शून्य होना ही एकमात्र पुरुषार्थ है! / ओशो
- प्रार्थना / ओशो
- अमूर्त के दर्शन करने हैं, तो मूर्त को अग्नि दो / ओशो
- जहां विचार नहीं, वहां मन नहीं! / ओशो
- संयम और संगीत ही साधना है / ओशो
- दीपक की लौ की भांति ही मनुष्य की चेतना है / ओशो
- दुख-विस्मरण से दुख नहीं मिटता / ओशो
- सागर को पाना नहीं, पीना है / ओशो
- जीवन पाने के लिए स्वयं को मिटाना होगा / ओशो
- पूर्ण मौन ही एक मात्र प्रार्थना / ओशो
- स्वयं को जाने बिना ज्ञान की प्यास नहीं मिटती / ओशो
- उसे देखो जो, सबको देखता है! / ओशो
- तुम्हारी निद्रा तोड़ना चाहता हूं / ओशो
- सत्य लाया नहीं जाता, स्वयं आता है / ओशो
- शांति के लिए अभ्यास नहीं सद्भाव चाहिए / ओशो
- स्वयं को जानना ही प्रभु को पाना है / ओशो
- धार्मिकता भेद से अभेद में छलांग / ओशो
- मिट्टी के दीयों पर विश्वास छोड़ो और चिन्मय ज्योति खोजा / ओशो
- 'मैं' के भीतर झांको ब्रह्म मिलेगा / ओशो
- सपने नहीं, सत्य देखें / ओशो
- मन के छिद्र बंद करो / ओशो