चित्र प्रदर्शनियाँ / बलराम अग्रवाल

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कवयित्री मित्र जोसेफिन प्रिस्टन पीबॉडी (Josephine Preston Peabody) ने चित्रों की प्रदर्शनी लगाने में उनकी मदद प्रारम्भ की। 1903 में उसने वेस्ले कॉलेज में उनके चित्रों की प्रदर्शनी का इंतजाम किया। जनवरी 1904 में डे ने अपने स्टुडियो में उनके चित्रों की प्रदर्शनी लगाई। उनके चित्रों की एक-और प्रदर्शनी कैम्ब्रिज स्कूल में लगी। इन सब में चारकोल से बनाए उनके काव्यपरक एवं प्रतीकात्मक चित्र बोस्टन के कला-समुदाय को चौंकाने वाले थे। फरवरी 1904 में जोसेफिन और डे ने उनकी मुलाकात एक प्रगतिशील प्राध्यापिका मेरी एलिजाबेथ हस्कल (Mary Elizabeth Haskell) से कराई। 1904 की प्रदर्शनी के बाद डे के हार्कोर्ट स्टुडियो में दुर्भाग्य से आग लग गई और जिब्रान का समूचा प्रारम्भिक कला-कर्म भस्म हो गया।

अपने चित्रों और पेंटिंग्स की एक प्रदर्शनी जिब्रान ने दिसंबर 1914 में मोंटरोस गैलरी, न्यूयॉर्क में, दो चित्र प्रदर्शनियाँ 1917 में नोडलर एंड कंपनी गैलरी, न्यूयॉर्क तथा डॉल एंड रिचर्ड्स गैलरी, बोस्टन में लगाईं। उनके चित्रों का एक संग्रह ‘ट्वेंटी ड्रॉइंग्स’ अलफ्रेड ए॰ नोफ ने 1919 में प्रकाशित किया। जनवरी 1922 में, प्रदर्शन हेतु उनके चित्र वूमैन्स सिटी क्लब, बोस्टन में रखे गये।