परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / मार्च 2020
Gadya Kosh से
मार्च 2020 के लेख
- ‘केन रे भारत, केन तुई हाय, आवार हासिस! / जयप्रकाश चौकसे
- ‘गुड न्यूज’ और ‘परवरिश’ का लिंक / जयप्रकाश चौकसे
- बागी टाइगर श्राफ और आधुनिका सोनम कपूर / जयप्रकाश चौकसे
- इरफान खान: हिंदी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम तक / जयप्रकाश चौकसे
- व्यवस्था की सहूलियत, बौनों की जम्हूरियत / जयप्रकाश चौकसे
- कोरोना, सर्वत्र रोना-धोना / जयप्रकाश चौकसे
- महिला वेदना की महिला फिल्मकार / जयप्रकाश चौकसे
- रंग बरसे, पान खाए गोरी का यार / जयप्रकाश चौकसे
- जेम्स बॉन्ड : अय्यार, शॉन कॉनेरी और क्रेग / जयप्रकाश चौकसे
- कोरोना कालखंड में किस्सागोई / जयप्रकाश चौकसे
- द्ररावपथी, दरबार और संस्कार / जयप्रकाश चौकसे
- फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशती और तीसरी कसम / जयप्रकाश चौकसे
- विभिन्न प्रकार के क्वॉरेंटाइन / जयप्रकाश चौकसे
- शशि कपूर: मुद्रा राक्षस और मृच्छकटिकम् / जयप्रकाश चौकसे
- वेबसाइट पर नीले फीते का जहर / जयप्रकाश चौकसे
- आज फिर जीने की तमन्ना है...? / जयप्रकाश चौकसे
- ‘कहां-कहां से गुजर गया मैं’ / जयप्रकाश चौकसे
- यशराज फिल्म्स की स्वर्ण जयंती / जयप्रकाश चौकसे
- तेरे दिल को जो लुभा ले, वो अदा कहां से लाऊं / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्म ‘मैदान’ पर ‘कोरोना’ का कहर / जयप्रकाश चौकसे
- शास्त्रीय राग द्वारा कोरोना उपचार / जयप्रकाश चौकसे
- युवा नींदों में बुजुर्गों के रतजगे / जयप्रकाश चौकसे
- ‘तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है....’ / जयप्रकाश चौकसे
- साहित्य और सिनेमा में महामारी / जयप्रकाश चौकसे
- ‘दो बीघा जमीन और‘सिटी ऑफ जॉय’ / जयप्रकाश चौकसे
- ‘पैरासाइट और ‘डायरी ऑफ एनी फ्रैंक’ / जयप्रकाश चौकसे