परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / नवम्बर 2015
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नवम्बर 2015 के लेख
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- शाहरुख़ की लोकप्रियता का कवच और बंद गली / जयप्रकाश चौकसे
- दर्शक के रक्तचाप, ह्रदयगति का अध्ययन / जयप्रकाश चौकसे
- बचपन और बुढ़ापे के बीच एक सेतु / जयप्रकाश चौकसे
- जेम्स बॉन्ड : शीत युद्ध की संतान / जयप्रकाश चौकसे
- जैकलीन फर्नांडिस की 'भय की परिभाषा' / जयप्रकाश चौकसे
- एक चुनाव दो गीत, धरती का संगीत / जयप्रकाश चौकसे
- धन्यवाद, शुक्रिया, परतवारिश / जयप्रकाश चौकसे
- पंडित नेहरू का 125वां जन्मदिन और सिनेमा / जयप्रकाश चौकसे
- क्रूरता के कालखंड में 'प्रेम' की वापसी / जयप्रकाश चौकसे
- एक अदबी दौर की आखिरी आवाज / जयप्रकाश चौकसे
- आर्थिक खाई : समालोचना बनाम बॉक्स ऑफिस / जयप्रकाश चौकसे
- बिन पूछे मेरा नाम और पता... / जयप्रकाश चौकसे
- खानाबदोश कलाकार की आखिरी सराय / जयप्रकाश चौकसे
- 'एमराल्ड फारेस्ट' और चीन के बांध / जयप्रकाश चौकसे
- सितारा आत्मकथाओं का फंडा / जयप्रकाश चौकसे
- सेन्सर बोर्ड की नियमावली है फिल्म जगत की शापित शिला / जयप्रकाश चौकसे
- रणबीर कपूर और दीपिका की रेलयात्रा / जयप्रकाश चौकसे
- आमिर व किरण बनाम अनुपम तथा परेश / जयप्रकाश चौकसे
- संजय लीला भंसाली का प्रेम और क्रोध / जयप्रकाश चौकसे
- आज की विदा का मरकर भी रहता इंतजार / जयप्रकाश चौकसे
- तमाशे में दम है वंदेमातरम / जयप्रकाश चौकसे
- प्रेम का रसायन अौर दैहिकता की गंध / जयप्रकाश चौकसे