परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / जुलाई 2020
Gadya Kosh से
जुलाई 2020 के लेख
- खुश है जमाना आज पहली तारीख है / जयप्रकाश चौकसे
- प्रेम नगरी में हमरा भी हक होईबे करी / जयप्रकाश चौकसे
- गाड़ी बुला रही है सीटी बजा रही है / जयप्रकाश चौकसे
- नृत्य बिन बिजली, जल बिन मछली / जयप्रकाश चौकसे
- हिंसा का इतिहास, अवैध हथियार का भूगोल / जयप्रकाश चौकसे
- जाने भी दो यारों, जीने भी दो / जयप्रकाश चौकसे
- फुदक-फुदक कर चल रही गिलहरियां / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्म पार्श्व संगीत का भावनात्मक प्रभाव / जयप्रकाश चौकसे
- बहुमंजिला खंजरें और धरती से उगे भवन / जयप्रकाश चौकसे
- चीनी ड्रैगन बनाम शतुरमुर्ग बनाम भारतीय मोर / जयप्रकाश चौकसे
- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना / जयप्रकाश चौकसे
- अनदेखी, अनसुनी,अनकही अभिव्यक्ति / जयप्रकाश चौकसे
- बाल नवल, लाल नवल, दीपक में ज्वाल नवल / जयप्रकाश चौकसे
- वो जब याद आए बहुत याद आए / जयप्रकाश चौकसे
- हीरा चोरी या हीरा किवदंतियां / जयप्रकाश चौकसे
- अब तो इस तालाब का पानी बदल दो / जयप्रकाश चौकसे
- रोबो बरक्स मानव युद्ध संभावना / जयप्रकाश चौकसे
- डकैती महज लक्षण, मूल बीमारी ध्वस्त अर्थव्यवस्था / जयप्रकाश चौकसे
- रेत के घरौंदे बनाने जैसे हैं सरकार गिराने के प्रयास / जयप्रकाश चौकसे
- निज भाषा अहै सब उन्नति को मूल / जयप्रकाश चौकसे
- फिरकी गेंदबाजी बाएं से दाएं प्रहार / जयप्रकाश चौकसे
- बाढ़ और नाजुक तने वाले वृक्ष / जयप्रकाश चौकसे
- माओवादी अब हल चला रहे हैं / जयप्रकाश चौकसे
- बिछड़ गया रे दो हंसों का जोड़ा / जयप्रकाश चौकसे
- महाजनी रथ के मानव पहिए / जयप्रकाश चौकसे
- सावधान, तेरी नाव में है तूफान / जयप्रकाश चौकसे
- दो पल के जीवन से, एक उम्र चुरानी है / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्मों के इंद्रधनुष में अतरंगी / जयप्रकाश चौकसे
- व्यक्तिगत प्रतिभा और परंपरा का रिश्ता / जयप्रकाश चौकसे
- सोशल मीडिया के कुरुक्षेत्र में धुआं, बना भड़ास का मंच / जयप्रकाश चौकसे
- गुरु बिन ज्ञान कैसे कहां पाएं? / जयप्रकाश चौकसे