परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / जून 2016
Gadya Kosh से
जून 2016 के लेख
- फिल्म जगत में देओल परिवार की तीसरी पीढ़ी / जयप्रकाश चौकसे
- 'आग' से 'रिश्वत' तक भ्रष्ट भारत यात्रा / जयप्रकाश चौकसे
- युवराज का सातवां छक्का / जयप्रकाश चौकसे
- सैराट अर्थात बिंदास प्रेम की विजय / जयप्रकाश चौकसे
- हास्य लेखन की अपंगता के परिणाम / जयप्रकाश चौकसे
- माले मुफ्त दिले बेरहम फलसफा / जयप्रकाश चौकसे
- आतंकवाद के खिलाफ फिल्म गीतों का प्रयोग / जयप्रकाश चौकसे
- 'उड़ता पंजाब' के असल मुद्दे / जयप्रकाश चौकसे
- रहस्य, रोमांच और बूढ़ा आक्रोश / जयप्रकाश चौकसे
- एक अॉर्केस्ट्रा, जिसका कंडक्टर ही नहीं / जयप्रकाश चौकसे
- देश-विदेश से नए किस्म के आक्रमण / जयप्रकाश चौकसे
- 'हरे रामा' से 'उड़ता पंजाब' तक / जयप्रकाश चौकसे
- खामोश ! अदालत जारी है / जयप्रकाश चौकसे
- अजीब दास्तां, कहां शुरू, कहां खत्म / जयप्रकाश चौकसे
- 'हाय! दो कलियां सावन की..... ' / जयप्रकाश चौकसे
- दर्शक के मन में उड़ता पंजाब / जयप्रकाश चौकसे
- धार्मिक स्थानों की सम्पदा और राष्ट्रीय विकास / जयप्रकाश चौकसे
- सरहदों के पार जाता करुणा का इंद्रधनुष / जयप्रकाश चौकसे
- आराम कुर्सी से निर्देशक कुर्सी का सवाल / जयप्रकाश चौकसे
- शशि कपूर पर एक महत्वपूर्ण किताब / जयप्रकाश चौकसे
- क्रिकेट बनाम फुटबॉल और गरीबी / जयप्रकाश चौकसे
- नेता का भिक्षा पात्र और द्रौपदी का अक्षय पात्र / जयप्रकाश चौकसे
- इंग्लैंड के फैसले का भारत पर प्रभाव / जयप्रकाश चौकसे
- लंबूजी और टिंगूजी की समानताएं / जयप्रकाश चौकसे
- प्रदूषित नदियां, सूखते तालाब और श्रीहीन पहाड़ / जयप्रकाश चौकसे
- 'जग घूमिया थारे जैसा न कोई' / जयप्रकाश चौकसे