परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / फरवरी 2018
Gadya Kosh से
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- गुरु-शिष्य परम्परा की फिल्में / जयप्रकाश चौकसे
- ठगी का विज्ञान, कला और इतिहास / जयप्रकाश चौकसे
- समाज परिवर्तन में सिनेमा की भूमिका / जयप्रकाश चौकसे
- 'शोखियों में घोला जाए गुलाब का शबाब...' / जयप्रकाश चौकसे
- आज आई.एस. जौहर याद आते हैं / जयप्रकाश चौकसे
- डरना मना है, हंसना मना है, रोना जारी है / जयप्रकाश चौकसे
- अक्षय कुमार और ट्विंकल खन्ना : सुखी दाम्पत्य / जयप्रकाश चौकसे
- अदालत में सिनेमाघर, सिनेमा अदालत में / जयप्रकाश चौकसे
- अमिताभ बच्चन और कंगना रनोट की फिल्म / जयप्रकाश चौकसे
- रीवा में सफेद शेर की वापसी / जयप्रकाश चौकसे
- आधार कार्ड आधारित भावना का कोटाराज / जयप्रकाश चौकसे
- जीवन के रंगमंच पर मृत्यु का नृत्य / जयप्रकाश चौकसे
- खर्राटे लेना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है / जयप्रकाश चौकसे
- भवन भी 'चरित्रवान' होते हैं / जयप्रकाश चौकसे
- रानी आदित्य चोपड़ा की फिल्म 'हिचकी' / जयप्रकाश चौकसे
- 'भाभीवाद' और लम्पटता का पारिवारिक कारण / जयप्रकाश चौकसे
- दक्षिण के सितारे : प्रतिद्वंद्वी पुराने, अखाड़ा नया / जयप्रकाश चौकसे
- अवाम के जीवन से हैप्पी भाग गई है! / जयप्रकाश चौकसे
- सितारों का भी तो सामाजिक उत्तरदायित्व होता है... / जयप्रकाश चौकसे
- श्रीदेवी का जीवन ऐसी कविता है, जिसके आखिरी अंतरे तो लिखे ही नहीं गए / जयप्रकाश चौकसे
- महात्मा गांधी का हत्यारा कौन? / जयप्रकाश चौकसे
- शादी, जन्मदिन दावत और एक मृत्यु / जयप्रकाश चौकसे