परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / दिसम्बर 2014
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दिसम्बर 2014 के लेख
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- कभी किसी विचार को अलविदा ना कहना / जयप्रकाश चौकसे
- स्वयं विवेक वाले रोबो : उनसे भय और आशा / जयप्रकाश चौकसे
- 'प्रभु' तेरी महिमा अपार राम भये एक्शन जैक्शन / जयप्रकाश चौकसे
- मुंबई के श्रेष्ठी इलाके में पंजाब का पिंड / जयप्रकाश चौकसे
- कंजूसी, किफायत एवं फिजूल खर्ची का आईना / जयप्रकाश चौकसे
- शिवेंद्र : राह की बांहों का मुसाफिर / जयप्रकाश चौकसे
- विधु विनोद चोपड़ा की सिनेमाई शतरंज का "वजीर" / जयप्रकाश चौकसे
- युवा आक्रोश: विराट छवि से बोन्साई / जयप्रकाश चौकसे
- सामूहिक अवचेतन : शिष्य पाठ्यक्रम हो गया / जयप्रकाश चौकसे
- जग्गा जासूस और जोकर का रिश्ता? / जयप्रकाश चौकसे
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- बेवजह तालियों का कहर, फूहड़ता का जहर / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्म का इतिहास, भूगोल आैर भाषा / जयप्रकाश चौकसे
- अनुष्का शर्मा और विराट कोहली / जयप्रकाश चौकसे
- मानवीय, प्रेम और करुणा का गीत / जयप्रकाश चौकसे
- लगे रहो हिरानी भाई, आमिर भाई, विनोद भाई / जयप्रकाश चौकसे
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- धार्मिक आख्यान, सिनेमा और लोकप्रियतावाद / जयप्रकाश चौकसे
- धरती और जीवन की रिपीट-वैल्यू / जयप्रकाश चौकसे
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- फासिस्ट सिनेमा की महारानी लेनी / जयप्रकाश चौकसे
- 'टेक इट इजी' मनोरंजक सोद्देश्य फिल्म / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्मी लेखा-जोखा और चित्रगुप्त का बहीखाता / जयप्रकाश चौकसे