परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / जुलाई 2015
Gadya Kosh से
जुलाई 2015 के लेख
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- केतन-कंगना : झांसी की रानी / जयप्रकाश चौकसे
- इनसाइड आउट : बचपन का मनोविज्ञान / जयप्रकाश चौकसे
- अदालती फैसला और फिल्म 'अमर' / जयप्रकाश चौकसे
- उपन्यास 'मी, मीया, मल्टीपल' का विमोचन / जयप्रकाश चौकसे
- तूफां में कश्ती कश्ती में तूफां / जयप्रकाश चौकसे
- बिमल रॉय, गुलजार और भैरप्पा / जयप्रकाश चौकसे
- दौलतवाले दुल्हनिया ले जायेंगे / जयप्रकाश चौकसे
- बजरंगी भाई जान: भावना का इंद्रधनुष / जयप्रकाश चौकसे
- राजकुमार हीरानी अदालत में हाजिर हों? / जयप्रकाश चौकसे
- सिनेमा, फंतासी और सामूहिक अवचेतन / जयप्रकाश चौकसे
- भारतीय चलचित्र और अमरकथा / जयप्रकाश चौकसे
- दिलवाले और चलती का नाम गाड़ी / जयप्रकाश चौकसे
- हिना, गदर और बजरंगी भाईजान / जयप्रकाश चौकसे
- तीन क्रिकेट-कथा फिल्में / जयप्रकाश चौकसे
- कबीर की काबुल एक्सप्रेस वाघा पहुंची / जयप्रकाश चौकसे
- दोस्त-दुश्मन-दोस्त कहानियां व फिल्में / जयप्रकाश चौकसे
- अब रेलगाड़ी में फिल्म की शूटिंग महंगी / जयप्रकाश चौकसे
- बनिए की बुद्धि और मियां भाई की डेयरिंग / जयप्रकाश चौकसे
- सिनेमा बॉक्स ऑफिस बनाम आंसू-मुस्कान / जयप्रकाश चौकसे
- कत्ल और कातिल कथाएं / जयप्रकाश चौकसे
- आनंद बक्षी के पुत्र राकेश की पुस्तक / जयप्रकाश चौकसे
- 'भाभीजी घर में हैं' शालीन हास्य / जयप्रकाश चौकसे
- प्रेशराइज़्ड ऑक्सीजन कक्ष से जुड़े सवाल / जयप्रकाश चौकसे
- अब्दुल कलाम भी और आजाद कलम भी / जयप्रकाश चौकसे
- जिंदगी ख्वाब है या भला सच, है क्या? / जयप्रकाश चौकसे
- मसान : बनारस की आंतों में फिल्माई प्रेम-कथा / जयप्रकाश चौकसे