परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / अक्तूबर 2018
Gadya Kosh से
					
										
					
					अक्टूबर 2018 के लेख
- बंदूक का ट्रिगर कहां है? / जयप्रकाश चौकसे
 - निर्मल नदी की तरह प्रवाहित रहा कृष्णा कपूर का जीवन / जयप्रकाश चौकसे
 - शेरों की मृत्यु और शेर की खाल में दहाड़ते नेता / जयप्रकाश चौकसे
 - क्या गांधी जी का पुनरागमन संभव है? / जयप्रकाश चौकसे
 - छोटी भूमिकाओं के गहरे प्रभाव / जयप्रकाश चौकसे
 - उम्रदराज योद्धा और परिवार की महाभारत / जयप्रकाश चौकसे
 - सृजन संसार में श्मशान वैराग्य / जयप्रकाश चौकसे
 - हव्वा से तनुश्री और कंगना रनोट तक / जयप्रकाश चौकसे
 - विश्व का बढ़ता और आत्मा का घटता तापमान / जयप्रकाश चौकसे
 - शुक्र है कि श्वास पर टैक्स नहीं है / जयप्रकाश चौकसे
 - सितारों का रहस्य और नेताओं का झूठ / जयप्रकाश चौकसे
 - हेलिकॉप्टर ईला-निल बटे सन्नाटा माइनस काजोल / जयप्रकाश चौकसे
 - दिल ने ही जाल फैलाए, कैसे-कैसे नाग लहराए / जयप्रकाश चौकसे
 - न्याय नहीं वरन आय निर्णायक / जयप्रकाश चौकसे
 - मानव संपदा खनन और रद्दी की टोकरी / जयप्रकाश चौकसे
 - गर्दिश में तारे रहेंगे सदा / जयप्रकाश चौकसे
 - 'मून ऑफ बड़ौदा' हीरे की यात्रा / जयप्रकाश चौकसे
 - फिल्म का समग्र प्रभाव महत्वपूर्ण है / जयप्रकाश चौकसे
 - नो वन किल्ड जमाल खशोगी? / जयप्रकाश चौकसे
 - मैरी कॉम बायोपिक भाग 2? / जयप्रकाश चौकसे
 - यह दौर है फ्री स्टाइल कुश्ती का / जयप्रकाश चौकसे
 - मीटू आंदोलन की जड़ कहां है? / जयप्रकाश चौकसे
 - विराट कोहली और टाइम मशीन / जयप्रकाश चौकसे
 - करवा चौथ का चांद जादूगर है / जयप्रकाश चौकसे
 - स्वागत समारोह में प्रेम त्रिकोण! / जयप्रकाश चौकसे
 - मानसिक संतुलन बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती / जयप्रकाश चौकसे
 - संकट काल से नायक जन्मते हैं / जयप्रकाश चौकसे
 
	
	