परदे के पीछे / जयप्रकाश चौकसे / दिसम्बर 2019
Gadya Kosh से
दिसम्बर 2019 के लेख
- सबक जिसको याद हुआ, उसको छुट्टी न मिली / जयप्रकाश चौकसे
- गम की शाम पर शाम ही तो है / जयप्रकाश चौकसे
- श्रीदेवी : प्रकाशित पुस्तक और बायोपिक / जयप्रकाश चौकसे
- क्या दुष्कर्म दंड विधान आखिरी रास्ता है / जयप्रकाश चौकसे
- विटोरियो डि सिका की 'बायसिकल थीव्ज' और साइकल की वापसी / जयप्रकाश चौकसे
- 'मेरे भारत के दिव्य भाल' / जयप्रकाश चौकसे
- लीजेंड क्रिकेटर मिताली की भूमिका में तापसी पन्नू / जयप्रकाश चौकसे
- दो पल के जीवन से एक उम्र चुरानी है / जयप्रकाश चौकसे
- 'कहानी' के पात्र बॉब विश्वास का पुनरागमन / जयप्रकाश चौकसे
- फिल्मों में थप्पड़ के दृश्य / जयप्रकाश चौकसे
- स्मिता पाटिल को आदरांजलि / जयप्रकाश चौकसे
- जागो मोहन प्यारे, मत रहना अंखियों के सहारे / जयप्रकाश चौकसे
- कानों में प्याज के झुमके, आंखों में प्याज के आंसू / जयप्रकाश चौकसे
- छात्र आंदोलन पर बनी फिल्में / जयप्रकाश चौकसे
- जिंदगी ख्वाब है, ख्वाब में सच है क्या..? / जयप्रकाश चौकसे
- 'मुल्क' कैसे परिभाषित करें / जयप्रकाश चौकसे
- महंगाई की दौड़ में शामिल आलू / जयप्रकाश चौकसे
- फरहान अख्तर बॉक्सर भूमिका में / जयप्रकाश चौकसे
- नो न्यूज इज गुड न्यूज / जयप्रकाश चौकसे
- क्या कपड़े मनुष्य को पहनेंगे? / जयप्रकाश चौकसे
- हिंदुस्तानी सिनेमा में क्रिसमस / जयप्रकाश चौकसे
- नायक नहीं खलनायक है तू / जयप्रकाश चौकसे
- हर शै मुसाफिर है, सफर में जिंदगानी है / जयप्रकाश चौकसे
- रीमेक, रीमिक्स और रीसाइक्लिंग / जयप्रकाश चौकसे
- कुशाल पंजाबी ने आत्महत्या क्यों की? / जयप्रकाश चौकसे
- भूत-प्रेत फिल्में और शिक्षा प्रणाली / जयप्रकाश चौकसे